फीनियन
आयरलैंड की अंग्रेजी शासन से मुक्ति के हेतु निर्मित एक संगठन (फिनियन ब्रदरहुड) के सदस्यों को फीनियन्स (Fenian) कहते थे। जॉन ओ महोनी ने १८४८ में न्यूयार्क में इसकी नींव डाली। फीनियन ब्रदरहुड का उद्देश्य शस्त्रक्रांति और सैनिक कार्यवाइयों द्वारा आयरलैंड को स्वतंत्र करना था। १८६६ में ब्रदरहुड ने कनाडा पर आक्रमण किया। फीनियन क्रांतिकारी आयरलैंड भी गए और विद्रोह की आग भड़कानी चाही। विद्रोह सफल नहीं हुआ। तब उन्होंने इंग्लैंड की बस्तियों पर बमबारी आरंभ की। १८६७ में उन्होंने क्लर्केनवेल जेल पर धावा बोल दिया, और विस्फोट से उसकी दीवार तोड़ दी। इन उग्र गतिविधियों के बावजूद आंदोलन अधिक दिनों तक जीवित न रह सका; फिर भी, आयरिश स्वतंत्रता की चेतना जाग्रत करने में इनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही।