फुलझड़ी हाथ में पकड़ने वाली एक आतिशबाज़ी होती है जो धीरे-धीरे जलती हुई आकर्षक चिंगारियों की बौछार करती है। भारतीय उपमहाद्वीप में इन्हें अक्सर दिवाली और शब-ए-बरात जैसे त्योहारों पर मनोरंजन के लिए प्रयोग किया जाता है। पटाख़ों और उस जैसी अन्य विस्फोटक या तेज़ी से हिलने वाली आतिशबाज़ियों की तुलना में इन्हें बच्चों के खेलने के लिए अधिक सुरक्षित माना जाता है इसलिए बच्चों में यह बहुत लोकप्रीय हैं। फिर भी फुलझड़ियाँ १८०० सेंटीग्रेड के आसपास के तापमान पर जलतीं हैं जो सोना भी पिघला सकता है, इसलिए यह ख़तरनाक होती हैं और इनके साथ खेलते हुए बच्चों पर कड़ी निगरानी रखने की आवश्यकता है।[1]

दुनिया भर में बच्चों को फुलझड़ियाँ पसंद होती हैं

अन्य भाषाओँ में संपादित करें

'फुलझड़ी' को अंग्रेज़ी में 'स्पार्कलर' (sparkler) और फ़ारसी में 'फ़शफ़शा' (فشفشه‎) कहते हैं।

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Child Safe: A Practical Guide for Preventing Childhood Injuries Archived 2015-04-03 at the वेबैक मशीन, Mark A. Brandenburg, Three Rivers Press, 2000, ISBN 978-0-609-80412-4, ... Sparklers are often lit and then handed off to children, who hold them as they light up the night. They seem harmless enough, but sparklers can be quite dangerous ...