फॉरेंसिक भूगर्भशास्त्र

फॉरेंसिक भूगर्भशास्त्र एक अध्ययन है सबूतों का जैसे कि खनिज, तेल, पेट्रोलियम , और अन्य सामग्री से संबंधित सबूत जो पृथ्वी में पाए जाते है, जो कानूनी प्रणाली द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब देने के लिए इस्तेमाल किए जाते है। सन १९७५ मे रे मरे और साथी रटगर्स विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जॉन टेडरो ने फॉरेंसिक भूगर्भशास्त्र को प्रकाशित किया था।[1] अब २००८ मे अलास्त्रीर रुफ्फेल्ल और जेनिफर म्च्किंले, दोनों कुईंस यूनिवर्सिटी बेलफ़ास्ट, UK के भू-फॉरेंसिक को प्रकाशित किया। [2] २०१२ मे, एलिसा बेर्ग्स्लिएन, सनी भैंस राज्य में , एक सामान्य पाठ्यपुस्तक विषय पर फोरेंसिक जियोसाइंस के लिए एक परिचय प्रकाशित किया।[3]

आवेदन संपादित करें

  • खनिज के विश्लेषण मे।
  • तेल और पेट्रोलियम की जाँच मे कि वेह चोरी के तो नही या अवैध से लिया या ले जाया तो नही जा रहा है।
  • मिट्टी की जाँच और विश्लेषण करने मे। जोर्ज पॉपप, फ्रैंकफर्ट, जर्मनी की, पहले एक अपराध के दृश्य के लिए संदिग्धों को जोड़ने के लिए मिट्टी विश्लेषण का उपयोग करने के लिए किया गया हो सकता है।[4]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Murray, Raymond C. and Tedrow, John C. F. (1975) Forensic Geology: Earth sciences and criminal investigation Rutgers University Press, New Brunswick, New Jersey, ISBN 978-0-8135-0794-1; second edition 1992, Prentice Hall, Englewood Cliffs, New Jersey, ISBN 978-0-13-327453-0; replaced by Murray, Raymond C. (2004) Evidence from the Earth: Forensic geology and criminal investigation Mountain Press Publications, Missoula, Montana, ISBN 978-0-87842-498-6
  2. Ruffell, Alastair and McKinley, Jennifer (2008) Geoforensics John Wiley and Sons, West Sussex, England, ISBN 978-0-470-05735-3
  3. Bergslien, Elisa (2012) An Introduction to Forensic Geoscience Wiley-Blackwell, West Sussex, England, UK, ISBN 978-1-4051-6054-4
  4. Bell, Suzanne (2004) "geology, forensic" The Facts on File Dictionary of Forensic Science Infobase Publishing, New York, page 102, ISBN 978-0-8160-5153-3