फोर्ट विलियम कॉलेज (Fort William College) कोलकाता में स्थित प्राच्य विद्याओं एवं भाषाओं के अध्ययन का केन्द्र है। इसकी स्थापना १० जुलाई सन् १८०० को तत्कालीन गवर्नर जनरल लॉर्ड वेलेजली ने की थी। इस संस्था द्वारा संस्कृत, अरबी, फारसी, बंगला, हिन्दी, उर्दू आदि के हजारों पुस्तकों का अनुवाद हुआ।

फोर्ट विलियम दुर्ग, १८२८
फोर्ट विलियम कॉलेज की मुहर

कुछ लोगों ने इस संस्थान को भारत में भाषा के आधार पर भारत के लोगों को बांटने का खेल खेलने का अड्डा माना है। फोर्ट विलियम कॉलेज भारत में आने वाले नए ब्रिटिश युवकों को भारत की ज्ञान मीमांशा, व्याकरण, संस्कृति, ज्ञान, धार्मिक एवं प्रशासनिक ज्ञान से परिचित करवाने का एक बड़ा केंद्र था। इस कॉलेज ने हिन्दी साहित्य, ब्रजभाषा साहित्य, संस्कृत साहित्य के उन्नयन की आधार भूमि तैयार की। फोर्ट विलियम कॉलेज में हिन्दुस्तानी भाषा जाँन बोर्थ्विक गिलक्रिस्ट (1759 - 1841) के निर्देशन में सुचारू रूप से चला। वह उर्दू, अरबिक एवं संस्कृत का भी विद्वान था। उसने कई महत्त्वपूर्ण पुस्तकें लिखीं जैसे इंगलिश-हिन्दुस्तानी डिक्सनरी, हिन्दुस्तानी ग्रैमर, दि ओरिएंटल लिंग्विस्ट नामक दो ग्रन्थ उसने क्रमशः 1796 और 1798 में प्रकाशित करवाया। चार्ल्स आयर फोर्ट विलियम के प्रथम प्रेसीडेंट थे।