फ्रैंज काफ्का (German pronunciation: [fʁants ˈkafka], ३ जुलाई १८८३ - ३ जून १९२४) बीसवीं सदी के एक सांस्कृतिक रूप से प्रभावशाली, लघु कहानियां और उपन्यास के जर्मन लेखक थे। उनकी रचनाऍं आधुनिक समाज के व्यग्र अलगाव को चित्रित करतीं हैं। समकालीन आलोचकों और शिक्षाविदों, व्लादिमिर नबोकोव सहित,[1] का मानना है कि काफ्का 20 वीं सदी के सर्वश्रेष्ठ लेखकों में से एक है। "Kafkaesque" (काफ्काएस्क) अंग्रेजी भाषा का हिस्सा बन गया है जिसका उपयोग 'बहकानेवाला','खतरनाक जटिलता' आदि के संदर्भ में किया जाता है। नई यॉर्कर के लिए एक लेख में, जॉन अपडाइक ने समझाया: "जब काफ्का का जन्म हुआ तब उस सदी मे आधुनिकता के विचारों का पनपना आरम्भ हुआ - जैसे कि सदियों के बीच में एक नइ आत्म-चेतना, नएपन की चेतना का जन्म हुआ हो।[2]

फ्रैंज काफ्का
फ्रैंज काफ्का
जन्म३ जुलाई, १८८३
प्राग, ऑस्ट्रिया-हंगरी
मौत3 जून 1924(1924-06-03) (उम्र 40 वर्ष)
क्लोसतर्नोबुर्ग, किअर्लिग विएना के समीप्, ऑस्टिया गणराज्य
पेशाबीमा अधिकारी, उपन्यासकार, लघु कहानी लेखक
राष्ट्रीयताऑस्ट्रिया-हंगरी
विधाकाल्पनिक कथा, लघु कथा
आंदोलनआधुनिकतावाद, जादुई यथार्थवाद, अस्तित्ववाद
उल्लेखनीय कामsजांच, महल, कायापलट
Franz Kafka

अपनी मृत्यु के इतने साल बाद भी, काफ्का आधुनिक विचारधारा के एक पहलू के प्रतीक है - चिंता और शर्म की उस अनुभूति के जिसे स्थित नहीं किया जा सकता है इसलिए शांत नहीं किया जा सकता है; चीजों के भीतर एक अनंत कठिनाई की भावना के, जो हर कदम बाधा दालती है; उपयोगिता से परे तीव्र संवेदनशीलता के, जैसे कि सामाजिक उपयोग और धार्मिक विश्वास की अपनी पुरानी त्वचा के छिन जाने पर उस शरीर के समान जिसे हर स्पर्श से पीड़ा हो। काफ्का के इस अजीब और उच्च मूल मामले को देखें तो उनका यह भयानक गुण विशाल कोमलता, विचित्र व अच्छा हास्य, कुछ गंभीर और आश्वस्त औपचारिकता से भरपूर था। यह संयोजन उन्हे एक कलाकार बनाता है, पर उन्होने अपनी कला की कीमत के रूप में अधिक से अधिक भीतर प्रतिरोध और अधिक गंभीर संशय के खिलाफ संघर्ष किया है।

काफ्का की बहु-प्रचलित रचनाओं में से कुछ हैं - (कायापलट), जांच, एक भूख-कलाकार, (महल) आदि।

जीवन परिचय

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काफ्का का जन्म प्राग, बोहेमिया में, एक मध्यम वर्ग के, जर्मन भाषी यहूदी परिवार में हुआ। काफ्का के पिता, हरमन्न काफ्का यहूदी बस्ती में एक सूखी माल की दुकान चलाते थे और काफ्का की मां, जूली उनका (हरमन्न) हाथ बटाती थी। उनके पिता को विशाल, स्वार्थी, दबंग व्यापारी कहा जाता था। काफ्का खुद कहा था कि उनके पिता "शक्ति, स्वास्थ्य, भूख, आवाज की ऊंचाई, वाग्मिता, आत्म - संतुष्टि, सांसारिक प्रभुत्व, धीरज, मन की उपस्थिति और मानव प्रकृति के ज्ञान में एक सच्चे काफ्का थे"। उनकी माता, जूली (१९५६-१९३४) चेक गणराज्य के एक छोटे शहर पोदब्राडी के एक धनि खुद्रा-व्यापारी की पुत्री थी।

  1. Strong opinions, Vladimir Nabokov, Vintage Books, 1990
  2. "Franz Kafka", Biography Resource Center, Document No: K1603000559

इन्हें भी देखें

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