बंग महिला विद्यालय, भारत का पहला उदात्त महिला कला महाविद्यालय था। इसकी स्थापना कलकता में १ जून १८७६ को ब्राह्म समाज के उदारपन्थियों द्वारा हुई थी। इसकी स्थापना का विचार मुख्यतः द्वारकानाथ गांगुली का था जो एक समाजसुधारक थे और महिलाओं को शिक्षित करके पुरुषों के बराबर अधिकार दिलाने की प्रतिज्ञा ली थी।