बकाया ऋण के एक भाग के रूप में काम में लिया जाने वाला शब्द है जो कुछ भाग चुकता करने के पश्चात बचता है। बकाया राशी वह राशी होती है जो मूल ऋण राशी में से उस दिन के पश्चात किये गये सभी भुगतान जैसे किराया, लगान, बीजक, रायल्टी (या ठेका या ठीका) आदि सहित करने के पश्चात शेष रहती है।

बकाया भुगतान एक सेवा आरम्भ करने के पश्चात उसके भुगतान के लिए उपयोग किया जाता है। इस अवस्था में शब्द "बकाया" किसी प्रकार के उल्लंघन पर लागू नहीं होता।