बच्छराज व्यास
बच्छराज व्यास ( २४ सितम्बर १९१६ - १९७२ ) एक भारतीय राजनेता थे। वे जनसंघ के अध्यक्ष रहे। "तेरा वैभव अमर रहे मां, हम दिन चार रहें ना रहें" उनकी ही रचना है।
बच्छराज व्यास | |
---|---|
पद बहाल 1965–1966 | |
पूर्वा धिकारी | देवप्रसाद घोष |
उत्तरा धिकारी | बलराज मधोक |
Member of the महाराष्ट्र विधान सभा
| |
कार्यकाल 1958-1962 | |
जन्म | 1916 |
मृत्यु | मार्च १९७२ |
राजनीतिक दल | भारतीय जनसंघ |
पण्डित बच्छराज व्यास का जन्म २४ सितम्बर १९१६ को राजस्थान के डीडवाना में हुआ। वत्स द्वादशी के दिन जन्म होने से उनका नाम बच्छराज (संस्कृत : 'वत्सराज') पड़ा था। व्यास बचपन से ही सात्विक एवं धार्मिक प्रवृति के थे। वे नागपुर के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मुख्यालय से अपना कार्य करते रहे। 1944 से 1947 तक राजस्थान में संघ का प्रचारक रहे। इस दौरान श्री व्यास ने अपने गृहनगर डीडवाना में राजस्थान की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रथम शाखा की स्थापना कर नगर को गौरव प्रदान किया। 1965 में पं. व्यास जनसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गये। 1958 से 1962 तक महाराष्ट्र विधानपरिषद् के सदस्य रहे। आप का निधन 1972 को हुआ।
उनकी स्मृति में नागपुर के एक चौराहे का नामकरण उनके नाम पर किया गया तथा डीडवाना एवं नागपुर में आदर्श विद्या मंदिर का निर्माण किया गया। पं. व्यास के पुत्र गिरीश व्यास वर्तमान में महाराष्ट्र विधानपरिषद् के अध्यक्ष हैं।