बजाते रहो

हिन्दी भाषा में प्रदर्शित चलवित्र

बजाते रहो सुशांत ए शाह द्वारा निर्देशित एवं कृषिका लुल्ला द्वारा निर्देशित 2013 में प्रदर्शित बॉलीवुड की हास्य फ़िल्म है। फ़िल्म में तुषार कपूर, विनय पाठक, रणवीर शौरी, रवि किशन, डॉली आहलूवालिया और विशाखा सिंह प्रमुख भूमिकाओं में हैं।

बजाते रहो
निर्देशक सुशांत ए शाह
पटकथा ज़फर खान
अक्षय वर्मा (संवाद)
कहानी ज़फर खान
निर्माता कृषिका लुल्ला
अभिनेता तुषार कपूर
विनय पाठक
रणवीर शौरी
रवि किशन
डॉली आहलूवालिया
विशाखा सिंह
छायाकार अरुण वर्मा
संपादक असीमा सिन्हा
संगीतकार जयदेव कुमार
वितरक इरोज इंटरनेशनल
प्रदर्शन तिथियाँ
  • जुलाई 26, 2013 (2013-07-26)
लम्बाई
107 मिनट
देश भारत
भाषा हिन्दी

पटकथा संपादित करें

फिल्म की कहानी मिसेज बवेजा उर्फ मम्मी जी (डॉली आहलूवालिया) से शुरु होती है जो अपने बेटे सुक्खी (तुषार कपूर) के साथ केबल का बिजनेस चलाती हैं। उन्हें कोर्ट में अपनी प्रॉपर्टी कुर्क होने से बचाने के लिए बहुत ही कम समय में 15 करोड़ रुपए जमा कराने हैं। मिसेज बवेजा के पति (योगेंद्र टिक्कू) के सभरवाल (रवि किशन) के बैंक में काम करते हैं। सभरवाल लोगों को बहुत ज़्यादा ब्याज का लालच देकर उनके पैसे अपने बैंक में जमा कर लेता है। सचिव के तौर पर बावेजा के साइन होते हैं इसलिए सभरवाल लोगों का सारा पैसा हड़पकर सारा दोष बावेजा पर डाल देता है। बावेजा को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ़्तार कर लिया जाता है। ईमानदार मिस्टर बवेजा अपने चरित्र पर लगे लांछन को बर्दाश्त नहीं कर पाते और इस सदमे से मौत हो जाती है। सायरा (विदुशी मेहरा) सभरवाल की उस बैंक में जूनियर होती हैं और उन्हें भी इस धोखाधड़ी के आरोप में हिरासत में ले लिया जाता है। अब उसकी रिहाई तभी संभव है जब मिसेज बवेजा 15 करोड़ रुपए बैंक में जमा कर देंगी। मिसेज बवेजा अपने बेटे सुक्खी, उसके दोस्त बिल्लू (रणवीर शौरी) और मिंटू हसन (विनय पाठक) के साथ मिलकर धोखाधड़ी के 15 करोड़ रुपए सभरवाल से हथियाती हैं। इस प्रकार फ़िल्म की कहानी आगे बढ़ती है।

कलाकार संपादित करें

संगीत संपादित करें

फ़िल्म के संगीत निर्देशक जयदेव कुमार हैं।[1]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "मूवी रिव्यू - बाजते रहो". दैनिक भास्कर. 26 जुलाई 2013. मूल से 29 जुलाई 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2013.

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें