उभय-प्रतिरोधी विलयन या बफर विलयन (buffer solution) किसी दुर्बल अम्ल तथा उसके संयुग्मी क्षारक अथवा किसी दुर्बल क्षारक एवं उसके संयुग्मी अम्ल का जलीय विलयन होता है। बफर बिलयन का मुख्य गुण यह है कि इसमें किसी प्रबल अम्ल या प्रबल क्षारक की थोड़ी मात्रा या मध्यम मात्रा मिलाने पर भी इसका पीएच बहुत कम बदलता है।

चित्र:Titration.jpg
एसेटिक अम्ल और सोडियम एसिटेट के विलयन का अनुमापन वक्र (Titration curve)। इस वक्र में विलयन के पीएच का मान उसमें मिलायी गयी NaOH की मात्रा के साथ दिखाया गया है।

जीवविज्ञान में प्रयुक्त सामान्य बफर यौगिकसंपादित करें

सामान्य नाम संरचना pKa
25 °C पर
ताप का प्रभाव
dpH/dT in (1/K)[1]
Mol.
Weight
TAPS TAPS.svg 8.43 −0.018 243.3
Bicine Bicine.png 8.35 −0.018 163.2
Tris Tris.png 8.06 −0.028 121.14
Tricine Tricine.png 8.05 −0.021 179.2
TAPSO TAPSO.svg 7.635 259.3
HEPES HEPES.png 7.48 −0.014 238.3
TES TES free acid.svg 7.40 −0.020 229.20
MOPS Mops is.svg 7.20 −0.015 209.3
PIPES PIPES.svg 6.76 −0.008 302.4
Cacodylate Cacodylic acid.svg 6.27 138.0
MES MES.svg 6.15 −0.011 195.2

सन्दर्भसंपादित करें

  1. "Buffer Reference Center". Sigma-Aldrich. मूल से 17 अप्रैल 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2009-04-17.

इन्हें भी देखेंसंपादित करें