बर्न हॉल स्कूल भारतीय राज्य जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर में लड़कों के लिए एक मिशनरी विद्यालय है। इसका आदर्श वाक्य "इंडस्ट्रिया फ्लोरेमस - इन टॉयल वी फ्लोरिश" है। यह कश्मीर घाटी के सबसे पुराने विद्यालयों में से एक है। विद्यालय ने 2016 में अपनी हीरक जयंती मनाई।[1][2]


इतिहास संपादित करें

मिल हिल मिशनरी के फादर थिजसेन और फादर जोंग ने वर्ष 1942 में श्रीनगर में एक लड़कों का विद्यालय शुरू किया। "द विलो" इमारत में पहले बर्न हॉल स्कूल चलता था और अब यहाँ एक शिक्षक प्रशिक्षण कॉलेज है।[3]

1947-48 के भारत-पाक युद्ध के दौरान कबीलाई आक्रमण के दौरान इसकी श्रीनगर शाखा को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया गया था और 17 अप्रैल 1956 को इसके पहले प्राधानाचार्य फादर जे॰ बोरकैंप की देखरेख में पुनः शुरू किया गया।[4]

भौगोलिक स्थिति संपादित करें

बर्न हॉल स्कूल श्रीनगर के सोनवार में स्थित है। यह सैयद याकूब साहब के ज़ियारत शरीफ और शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम के निकट स्थित है।

प्रशासन संपादित करें

बर्न हॉल स्कूल का प्रबंधन जम्मू-श्रीनगर के रोमन कैथोलिक सूबा द्वारा किया जाता है। इसका निर्देशन जम्मू-श्रीनगर सूबा की शिक्षा समुदाय द्वारा किया जाता है। यह विद्यालय 3 वर्ष की आयु के बच्चों से लेकर माध्यमिक स्तर के विद्यालयी विद्यार्थियों को सेवा प्रदान करता है।

सामाजिक स्थिति संपादित करें

समाचार पत्र ग्रेटर कश्मीर के अनुसार वर्ष 2015 में जिला विकास आयुक्त फारूक अहमद शाह ने विद्यालय को "गुणवत्तापूर्ण शिक्षा फैलाने" बताते हुये बर्न हॉल की प्रशंसा की। कश्मीर ओबजर्वर के अनुसार यह "शहर की सबसे पुरानी स्कूली शिक्षा परंपराओं के साथ एक प्रतिष्ठित संस्थान"। फिर भी ग्रेटर कश्मीर ने मैट्रिक परीक्षा परिणामों के बारे में एक लेख में यह भी लिखा, "हालांकि टिंडेल बिस्को स्कूल, प्रेजेंटेशन कॉन्वेंट हायर सेकेंडरी स्कूल और बर्न हॉल जैसे पुराने प्रसिद्ध ब्रांड अभी भी इस ग्रीष्मकालीन राजधानी में स्कूली शिक्षा के लिए पहली पसंद हो सकते हैं, लेकिन कम से कम शैक्षणिक मोर्चे पर नये और अन्य निजी विद्यालयों से भी मेधावी विद्यार्थी निकल रहे हैं।"

वर्ष 2017 में पूर्व शिक्षा मंत्री अल्ताफ बुखारी ने स्कूल में एक वाद-विवाद कार्यक्रम का उद्घाटन करने के लिए प्रिंसिपल फादर सेबेस्टियन कुलथुंकल को बधाई दी।

संबद्धतायें संपादित करें

एक धर्मार्थ समुदाय के रूप में पंजीकृत, यह जम्मू और कश्मीर राज्य स्कूल शिक्षा बोर्ड (जेकेबीओएसई) से संबद्ध है और जम्मू और कश्मीर सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा मान्यता प्राप्त है। यह स्कूल शिक्षा निदेशालय, श्रीनगर के निर्देशों का पालन करता है।

सार्वजनिक सशक्तिकरण दायित्व संपादित करें

सरकारी भूमि पर स्कूल के पट्टा समझौते के लिए स्कूल को समाज के निम्न आर्थिक क्षेत्र के छात्रों को प्रवेश देने के लिए स्थान रखने की आवश्यकता होती है।

पाठ्यक्रम संपादित करें

बर्न हॉल स्कूल जेकेबीओएसई के पाठ्यक्रम का पालन करता है और एक अंग्रेजी माध्यम स्कूल के रूप में, यह छात्र-शिक्षक और छात्र-छात्र बातचीत में अंग्रेजी भाषा के उपयोग पर विशेष जोर देता है। पाठ्येतर सांस्कृतिक और साहित्यिक गतिविधियाँ, साथ ही पर्यावरण और विज्ञान गतिविधियाँ, अनुभवात्मक सीखने के अवसर प्रदान करता है।

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Burn Hall School celebrates diamond jubilee". ग्रेटर कश्मीर (अंग्रेज़ी में). 2016-05-06. मूल से 26 जुलाई 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2020-07-26.
  2. migrator (2018-05-04). "Burnhall school commemorates World Press Freedom day". Greater Kashmir (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2024-02-16.
  3. Qazi, Khursheed Ahmad (2016). "Christian Missionaries & English Education in J & K State: an Overview" (PDF). Research Journal of English Language and Literature. 4 (3): 793–804. मूल (PDF) से July 18, 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि July 25, 2020 – वाया rjelal.com.
  4. "History – Burn Hall School" (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2024-02-16.