बलबीर सिंह (बलबीर सिंह सीनियर) (जन्म : 31 दिसंबर 1923 - 25 मई 2020) [[1] हरिपुर, पंजाब) भारत के हॉकी खिलाड़ी थे, जिन्होने ओलम्पिक में पुरुष हॉकी फ़ाइनल में सर्वाधिक गोल रिकॉर्ड बनाया। भारत सरकार ने बलबीर को 1957 में पद्मश्री पुरूस्कार से सम्मानित किया। उन्हें प्रायः 'बलबीर सिंह सीनियर' कहा जाता है ताकि हॉकी के 'बलबीर सिंह' नामक दूसरे खिलाड़ी से भ्रम न हो।

बलबीर सिंह
मेलबर्न ओलंपिक विजय समारोह 1956 में बलबीर सिंह

उपलब्धियां संपादित करें

बलबीर को 1957 में पद्मश्री मिला था, वह यह सम्मान हासिल करने वाले पहले खिलाड़ी थे। वह 1975 विश्व कप विजेता भारतीय टीम के मैनेजर भी थे। वे भारत की उन तीन ओलम्पिक टीमों में शामिल थे जिसने स्वर्ण पदक जीता (लन्दन-1948, हेलसिंकी-1952, मेलबोर्न-1956)।[2] उन्होने 1952 के ओलम्पिक में नीदरलैण्ड के विरुद्ध पाँच गोल किये थे जो अभी तक रिकॉर्ड है।[3] बलबीर सिंह ने तीन ओलंपिक के 8 मैचों में 22 गोल किए। अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक कमेटी ने आधुनिक ओलंपिक इतिहास के 16 महानतम खिलाड़ियों में शामिल किया था।

निधन संपादित करें

बलबीर सिंह सीनियर का 96 साल की उम्र में मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में 25 मई 2020 को निधन हो गया। कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट नकारात्मक रही, वह सांस की बीमारी से जूझ रहे थे।[4] 2019 में वह फेफड़ों में निमोनिया के कारण तीन महीने अस्पताल में रहे थे ।

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Shrivastava, Surendra (2013-01-01). Hockey : Khel Aur Niyam. Prabhat Prakashan. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-93-80839-17-2.
  2. "हॉकी दिग्गज बलबीर सिंह सीनियर की स्थिति अब भी नाजुक". Prabhasakshi (hindi में). अभिगमन तिथि 2019-11-27.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)
  3. "हॉकी में भारत को 3 ओलिम्पिक गोल्ड दिलाने वाले बलबीर सिंह सीनियर अस्पताल में भर्ती". punjabkesari. 2018-10-04. अभिगमन तिथि 2019-11-27.
  4. "अलविदा... भारतीय हॉकी के 'सीनियर', बलबीर सिंह के पार्थिव शरीर के साथ रखी गई हॉकी स्टिक". Amar Ujala. मूल से 27 मई 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2020-05-27.