बलबीर सिंह "रंग" एक भारतीय हिंदी कवि थे। वे अधिकतर कवितायेँ किसानों की स्थिति पर लिखा करते थे। उन्होंने अपनी कविताओं में भारतीय किसानो की स्थिति का सही वर्णन किया है।

बलबीर सिंह "रंग"
जन्म 14 नवम्बर 1911
, उत्तर प्रदेश भारत
मौत 8 जून 1984(1984-06-08) (उम्र 72 वर्ष)
Nagla Kateela, उत्तर प्रदेश, भारत
पेशा कवि

प्रारंभिक जीवन

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बलबीर सिंह रंग का प्रारंभिक जीवन उनके खुद के छोटे से गाँव नगला कटीला में व्यतीत हुआ। बलबीर सिंह रंग बचपन से ही कवितायेँ लिखने के शौकीन थे। वे अपने गाँव के जमींदार भी थे।

कवितायेँ

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  • ज़माना आ गया
  • आशा कम विश्वास बहुत
  • पतझर सा वसंत)[1]
  • अभी निकटता बहुत दूर है)[2]
  1. Kavita Kosh. "'Patjhar Saa Vasant' Hindi poem by Balbir Singh Rang: Kavita kosh". kavitakosh.org. मूल से 4 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 नवंबर 2015.
  2. Kavita Kosh. "'Abhi Nikatta Bahut Door Hai' Hindi poem by Balbir Singh Rang: Kavita kosh". kavitakosh.org. मूल से 17 मार्च 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 नवंबर 2015.