बलवंत मोरेश्वर पुरंदरे
बलवन्त मोरेश्वर पुरन्दरे उपाख्य बाबासाहेब पुरन्दरे (जन्म: २९ जुलाई १९२२ - 15 नवंबर, 2021) मराठी साहित्यकार, नाटककार तथा इतिहास लेखक थे। वे शिवाजी से सम्बन्धित इतिहास शोध के लिये प्रसिद्ध हैं। प्रसिद्ध नाटक जाणता राजा (विवेकशील राजा)[1] उनकी ही कृति है। महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें राज्य के सर्वोच्च सम्मान 'महाराष्ट्र भूषण' से सम्मानित किया था।
ललित साहित्य
संपादित करें- आग्रा
- कलावंतिणीचा सज्जा
- जाणता राजा
- पन्हाळगड
- पुरंदर
- पुरंदरच्या बुरुजावरून
- पुरंदर्यांचा सरकारवाडा
- पुरंदर्यांची नौबत
- प्रतापगड
- फुलवंती
- महाराज
- मुजर्याचे मानकरी
- राजगड
- राजा शिवछत्रपती पूर्वार्ध आणि उत्तरार्ध
- लालमहाल
- शिलंगणाचं सोनं
- शेलारखिंड
- सावित्री
- सिंहगड
- ध्वनि-फीता
- बाबासाहेब पुरंदरे यांचे कथाकथन - भाग १, २, ३ (कॅसेट्स आणि सीडीज)
- शिवचरित्र कथन भाग १ ते १५ कॅसेट्सचा आणि सीडीजचा सेट
सम्मान और पुरस्कार
संपादित करें- डी. लिट. (२०१३)
- महाराष्ट्रभूषण पुरस्कार (१९ अगस्त २०१५ )
- गार्डियन-गिरिप्रेमी जीवनगौरव पुरस्कार (२१-२-२०१६)
- प्राचार्य शिवाजीराव भोसले स्मृती पुरस्कार (२०१२)
- पद्मविभूषण (२०१९ में)
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ जाणता राजा का मंचन आज से Archived 2018-04-16 at the वेबैक मशीन (१७ फरवरी २०१६)
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- ‘‘हर बच्चे को सुनानी है शिवाजी की कहानी’’ (बलवंत मोरेश्वर पुरंदरे का साक्षात्कार)
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