Amir Khusraw Dihlavi - Shirin Entertains Khusraw - Google Art Projectलिपि

अमीर खुसरो

बशर नवाज (जन्म: १८ अगस्त, १९३५ ; मृत्यु: ०९ जुलाई, २०१५) प्रख्यात उर्दू कवि एवं गीतकार थें।[1]


करियर संपादित करें

हिन्दी फिल्म 'बाजार' का बेहद लोकप्रिय गीत 'करोगे याद' उन्होंने ही लिखा था। औरंगाबाद में 18 अगस्त 1935 को जन्मे नवाज की रचनाएं भारत और विदेश में विभिन्न पत्रिकाओं में नियमित तौर पर प्रकाशित होती थीं। वह वामपंथी आंदोलन से प्रभावित थे जो उनकी कविताओं में भी झलकता था। बशर ने कुछ हिन्दी फिल्मों के लिए गीत और रेडियो के लिए नाटक भी लिखे थे। टीवी सीरियल 'अमीर खुसरो' की पटकथा भी उन्होंने ही लिखी थी। उर्दू साहित्य में योगदान के लिए उन्हें प्रतिष्ठित 'पुलोत्सव' सम्मान से भी नवाजा गया था।

नवाज ने आधुनिक उर्दू शायरी में एक अलग ही मुकाम बनाया और वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहे गए। उन्होंने बाजार के अलावा लोरी, जाने वफा और तेरे शहर में आदि फिल्मों के लिए भी गीत लिखे।

उनके गीतों को मोहम्मद रफी, तलत अजीज, लता मंगेशकर, आशा भोसले, गुलाम अली और भूपेंद्र जैसे गायकों ने अपने स्वर दिए। बशर ने रेडियो के लिए नाटक भी लिखे थे। टीवी धारावाहिक अमीर खुसरो की पटकथा भी उन्होंने लिखी थी।[2][3]

निधन संपादित करें

मशहूर उर्दू शायर बशर नवाज का संक्षिप्त बीमारी के बाद बुधवार महाराष्ट्र के औरंगाबाद में निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे।[4]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Noted poet Bashar Nawaz passes away". Times of India (अंग्रेज़ी में). July 10, 2015. मूल से 16 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 जुलाई 2015.
  2. "Lyricist-poet Bashar Nawaz's demise leaves world of literature in mourning". DNA India (अंग्रेज़ी में). Jul 10, 2015. मूल से 15 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 जुलाई 2015.
  3. "ख्वाब, जिंदगी और मै !". Maharashtra Times (मराठी में). July 10, 2015. मूल से 22 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 जुलाई 2015.
  4. "Renowned Urdu poet Bashar Nawaz passes away". Hindustan Times (अंग्रेज़ी में). July 9, 2015. मूल से 15 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 जुलाई 2015.

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें