बाईप्लेन' एक ऐसे विमान को कहते है जिसके की दो आरोपित मुख्य पंख होते है व वो दोनों एक साथ एक के ऊपर एक जुड़े हुए होते है। इस प्रकार के विमान की खास पहचान इसके ये ही दो पंख होते है।

१९२० में निर्मित हंग ग्लाइडर
१९४४ का बोईंग इसटिअरमन ई७५ बाईप्लेन

राइट बंधुओं के राईट फ्लायर विमान में भी बाईप्लेन संरचना का प्रयोग किया गया था व विमानन क्रांति के शुरुआती सालों में बाईप्लेन रचना ही मुख्य रूप से विमानों की बनावट में काम में लाई गयी। पर धीरे धीरे तकनीक में आये बदलाव, तेज गति की चाहत व नए प्रकार के विमानों की रचना से यह पुराना पड़ गया व इसकी जगह १९३० तक सामान्य २ पंख वाले विमानों ने ले ली।