बाबल का मीनार
बाबुल का मीनार (/ˈbæbəl/ या /ˈbeɪbəl/; इब्रानी: מִגְדַּל בָּבֶל, Migdal Bāḇēl) एक आकस्मिक मिथक है जो टोरा (जिसको इब्रानी बाइबल या ऑल्ड टेस्टामेंट भी कहते हैं) की उत्पत्ति की किताब में विभिन्न भाषाओं के मूल को समझाने के लिए थी। कहानी के अनुसार, महान प्रलय के बाद, एक ही भाषा बोलने वाली पीढ़ियों की संयुक्त मनुष्य-जाती पूर्व से प्रवास करके शिनार (इब्रानी: שנער) की ज़मीन आ गई। वहाँ वह एक शहर और बुर्ज बनाने के लिए सहमत हो गए; यह देखकर परमेश्वर ने उनकी बोली गड़बड़ा दी, जिससे वह अब एक-दूसरे को समझ न कर सकें और उनको दुनिया भर में बिखेर दिया।[1][2][3][4]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Metzger, Bruce Manning; Coogan, Michael D (2004). The Oxford Guide To People And Places Of The Bible. Oxford University Press. पृ॰ 28. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-19-517610-0. अभिगमन तिथि 22 December 2012.
- ↑ Levenson, Jon D. (2004). "Genesis: introduction and annotations". प्रकाशित Berlin, Adele; Brettler, Marc Zvi (संपा॰). The Jewish Study Bible. Oxford University Press. पृ॰ 29. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780195297515.
- ↑ Graves, Robert; Patai, Raphael (1986). Hebrew Myths: The Book of Genesis. Random House. पृ॰ 315.
- ↑ Schwartz, Howard; Loebel-Fried, Caren; Ginsburg, Elliot K. (2007). Tree of Souls: The Mythology of Judaism. Oxford University Press. पृ॰ 704.
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