बाबा गुलाम मोहम्मद जौला
बाबा गुलाम मोहम्मद जौला का जन्म गाँव जौला, जिला मुज़फ्फरनगर, उत्तर प्रदेश में सन 1935 को हुआ। [1] इन्होने शुरुआत से ही किसान नेता महेंद्र सिंह टिकेट से तमाम आंदोलनों में भाग लिया [2] तथा अनेको बार जेल भरो आन्दोलन में जेल गए ़
गुलाम मोहम्मद जौला ने महेंद्र सिंह टिकैत के साथ 27 साल तक काम किया था। 1987 में महेंद्र सिंह टिकैत जौला के पास आए थे, उनके कहने पर गुलाम मोहम्मद जौला के साथ मुसलमान किसान भी आंदोलन जुड़ गए थे।
बाबा टिकैत के नाम से मशहूर महेंद्र सिंह के साथ इतने लंबे वक्त तक काम करने के बाद आखिरकार 2013 में जौला ने भारतीय किसान यूनियन छोड़ दी। उन्होंने अपना गुट बना लिया था। [3]
उसके बाद उन्होंने एक संगठन की घोषणा की जिसका नाम भारतीय किसान मजदूर मंच रखा गया।[4]़
बाबा गुलाम मोहम्मद जौला का देहांत 16 मई 2022 को उनके आवास जौला में ही हो गया। [5]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "किसान नेता गुलाम मोहम्मद जौला का निधन". Dainik Jagran. अभिगमन तिथि 2022-07-08.
- ↑ चौधरी, अभिषेक (2022-05-16). "वरिष्ठ किसान नेता गुलाम मोहम्मद जौला का हार्टअटैक से निधन, बाबा टिकैत के रह चुके हैं करीबी". www.abplive.com. अभिगमन तिथि 2022-07-08.
- ↑ "जाट मुसलमान एकता की बातें और मुज़फ़्फ़रनगर दंगों के घाव". BBC News हिंदी. अभिगमन तिथि 2022-07-08.
- ↑ "महेंद्र सिंह टिकैत के करीबी रहे किसान नेता गुलाम मोहम्मद जौला का निधन, BKU में टूट से थे आहत". आज तक. 2022-05-17. अभिगमन तिथि 2022-07-08.
- ↑ Kumar, Deepak (2022-05-16). "Muzaffarnagar: भारतीय किसान मजदूर मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलाम मोहम्मद जौला का हार्टअटैक से हुआ निधन | News Track in Hindi". newstrack.com. अभिगमन तिथि 2022-07-08.