बाबू हिम्मत साह
कोहरा के तालुकेदार
बाबू हिम्मत साह अवध की कोहरा तालुकदारी के संस्थापक एवं प्रथम तालुकेदार थे।[1][2] वह अमेठी रियासत के राजा बिक्रम साह के छोटे पुत्र थे।[2] उन्होंने १६३६ में गंगा दशहरा के दिन कोहरा (तालुक) की स्थापना की तथा प्रथम स्थापना के रूप में भगवान चतुर्भुज एवं शिव मंदिर की स्थापना की तत्पश्चात कोहरा किले का निर्माण करवाया और वहीं उनका राज्याभिषेक हुआ।[3]
बाबू हिम्मत साह | |
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कोहरा नरेश | |
राज्याभिषेक | १६३६ |
पूर्ववर्ती | राजा बिक्रम साह |
जन्म | अमेठी, अवध |
घराना | बंधलगोती |
पिता | राजा बिक्रम साह |
धर्म | हिंदुत्व |
बाबू हिम्मत साह
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राजसी उपाधियाँ | ||
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पूर्वाधिकारी राजा बिक्रम साह (अमेठी के राजा) |
कोहरा के तालुकेदार 1636 |
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Govt. Press United Provinces, Allahabad (1903). Sultanpur: A Gazetteer, Being Volume Xlvi Of The District Gazetteers Of The United Provinces Of Agra And Oudh.
- ↑ अ आ Rathore, Abhinay. "Genealogy of Kohra". Rajput Provinces of India (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2023-04-07.
- ↑ यादव, पवन. "कोहरा तालुकेदार भूप सिंह ने लिया था फिरंगियों से लोहा". अमर उजाला. अभिगमन तिथि 2022-11-09.