बार्थोलोम्यु डियास (पुर्तगाली: Bartolomeu Dias) (१४५० - २९ मई, १५००) जिसे बर्थोलोम्यु डियास के नाम से भी जाना जाता है, एक पुर्तगाली अन्वेषक था और सर्वप्रथम यूरोपीय था जिसने केप ऑफ़ गुड होप से होते हुए समुद्र मार्ग से पूर्व की ओर यात्रा की।

चित्र:Bartholomeu Dias, South Africa House (cut).JPG
लंदन में दक्षिण अफ्रीकी दूतावास पर डियास की प्रतिमा।
बारटोलोमीयु डियास का यात्रा मार्ग।

सन् १४८७ में, पुर्तगाल के महाराज किंग जॉन द्वितीय ने डियास को पूर्व में एक ईसाई राजा प्रैस्टर जॉन की धरती की खोज करने को कहा। क्योंकि प्रैस्टर जॉन वास्तव में कोई नहीं था, डियास को कोई धरती नहीं मिली लेकिन उसे १४८८ में अटलांटिक महासागर से हिन्द महासागर होते हुए एशिया तक जाने का मार्ग अवश्य मिल गया। सन् १५०० में पैद्रो आल्वारेस काब्रॉल की ब्राज़ील की खोजयात्रा का नियोग करते समय एक समुद्री तूफ़ान में उसकी मृत्यु हो गई। बाद में उसकी एक मूर्ति केप टाउन, दक्षिण अफ़्रीका में स्थापित की गई।

इस खोजयात्रा का एक अन्य उद्देश्य उन देशों में जाकर, जिनके बारे में जानकारी जोआओ अफोन्सो दि एवीरो (संभवतः इथियोपिया और एडन) जिनके साथ पुर्तगाली अच्छे संबंध चाहते थे। डियास को दक्षिण एशिया में व्यापार पर मुसलमानों के एकाधिकार को चुनैती देने के लिए भी भेजा गया था।

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कैथलिक एन्साइक्लोपीडिया।