[[बार कोड रीडर – बारकोड रीडर की जानकारी हिंदी में , कोड रीडर –]] बार कोड विभित्र चौडार्इ की उर्ध्‍वाधर(Vertical  ) काली पट्ठियां होती है। उनकी चौडाई और दो पट्ठियो के बीच की दूरी के हिसाब से उनमें सूचनाएं निहित होती है। इन सूचनाओं को बार कोड रीडर की सकायता से कम्‍प्‍यूटर में डालकर उत्‍पाद, वस्‍तु के प्रकार आदि का पता लगाया जाता है।

बार कोड का अविष्‍कार 1940 में जोसेफ वुडलैंड तथा बर्नाड सिल्‍वर ने मिलकर किया था। पर इसे प्रचारित करने का श्रेय ऐलन हैबर मैन को जाता है।

भारत में वर्ष 1998 में नेशनल इन्‍फोर्मेशन इं‍डस्ट्रियल वर्क फोर्स ने सभी उत्‍पादों पर बार कोड का प्रयोग जरूरी कर दिया है।

बार कोड रीडर लेजर बीम का प्रयोग करता है। तथा परावर्तित किरणों के द्वारा डाटा को कम्‍प्‍यूटर में डालता है। आजकल बारकोड का प्रयोग बैंक व पोस्‍ट ऑफिस में भी किया जाता है।

क्‍या आप जानते है यूपीसी(UPC – Universal Product Code ) जिसका प्रयोग अमेरिका के सुपर स्‍टोर में उत्‍पादों पर नजर रखने के लिए किया गया, सर्वाधिक प्रयोग में आने वाला बार कोड है। इसमें 10 लाइनें होती है जिसमें 5 उत्‍पाद तथा आपूर्तिकर्ता तथा अंतिम 5 उत्‍पाद की जानकारी देते है।