बालम खीरा

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बालम खीरा [English:Kigelia africana]का मूल स्थान पश्चिम अफ्रीका है। यह वृक्ष उष्ण कटबंधीय जलवायु का है। यह अफ्रीका के साथ-साथ भारत में लगभग सभी राज्यों में मिलता है। इस वृक्ष की ऊँचाई २० मीटर तक होती है। यह वृक्ष भारत में भी मिलता हैं और भारत में इस के फल द्वारा पेटदर्द और पथरी की बिमारी में उपयोग किया जाता है।

Balamkheera tree (बालम खीरा ) in Kanpur,India

इसके फल ६० सेंटीमीटर तक लम्बे और ४ किलोग्राम भार वाले पाए जाते हैं। इनका आकार खीरे की तरह होता है जो शाखाओं से लटकते रहते हैं। इसके बीज अफ्रीका में त्वचा कैंसर के ईलाज में प्रयोग किये जाते हैं। [1]

 
Kigelia fruit

पत्तियां

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एक सींक पर सात या नौ पत्तियाँ होती हैं।

 
Leaves of Balamkheera

यह औषधीय वृक्ष है। इसका फल पथरी की चिकित्सा में विशेष प्रयुक्त होता है। इसकी पत्तियाँ ,छाल ,पुष्प एवम जड़ भी औषधि के रूप में प्रयुक्त होती है। इसे पार्कों की शोभा बढ़ाने के लिए वहाँ रोपित किया जाता है।

  1. "संग्रहीत प्रति". मूल से 21 अगस्त 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 25 जुलाई 2016.

बाहरी कड़ियाँ

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