पं. बाला साहेब पूछवाले ग्वालियर घराने के ख्याल शैली के सुप्रतिष्ठित गायक थे।ग्वालियर घराने के प्रमुख गायक निम्नानुसार हुए-शंकर राव पंडित, श्री एकनाथ उर्फ माउ पंडित, राजा भैया पूछवाले, डॉ. कृष्णराव शंकर पंडित, पं. पांडुरंग उर्फ बालासाहेब पूछवाले|

जीवनी संपादित करें

जन्म 1919 [1] मृत्यु 2005

गायन शैली संपादित करें

ख्याल के अलावा, बाला साहेब गायन के अन्य रूपों में भी कुशल थे जैसे टप्पा, ताराना और अश्तलपिडी। ग्वालियर घराना गायकी की विशिष्ट विशेषताओं का ब्योरा उनके समकालीन शैलीगत बारीकियों की विशेषता है और सहज सौंदर्य की अपील बनाए रखने के कारण उन्हें ग्वालियर घराने के गायकी के प्रमुख गायको में से एक के रूप में चिह्नित किया गया है। उन्होंने कई वर्षों से माधव संगीत महाविद्यालय के प्रमुख के रूप में पद की शोभा बढ़ाई थी। उन्हें भारतीय शास्त्रीय संगीत में अपने उदार योगदान के लिए 'संगीत नाटक अकादमी',शिखर सम्मान[2] सहित कई पुरस्कारों पर सम्मानित किया गया।

समकालीन कलाकार संपादित करें

पं बालासाहेब पुच्छवाले ग्वालियर घराने के दिवंगत पं राजभैया पूच्छवाले के एकमात्र पुत्र और शिष्य थे। इनके समकालीन साथी कलाकार,सदाशिवराव अग्निहोत्री, पं वि एन भाखड़े और आचार्य एस ए रांजांकर थे।

सन्दर्भ संपादित करें

  1. http://www.parrikar.org/vpl/?page_id=674 Archived 2017-06-03 at the वेबैक मशीन वेबसाइट
  2. http://mpinfo.org/MPinfoStatic/hindi/award/shikhar.asp Archived 2017-03-29 at the वेबैक मशीन शिखर सम्मान प्राप्तकर्ता