बावाजी
नाथ सम्प्रदाय भारत में एक शैव धार्मिक पंथ है। इसका संबंध योग और हठयोग पद्धतियों का अनुसरण करने वाले समुदाय से भी है। इसका आरम्भ आदिनाथ शंकर से हुआ माना जाता है। जबकि कुछ लोग इसे मछेंदरनाथ द्वारा स्थापित मानते हैं। इस पंथ के सबसे प्रसिद्द संत गोरखनाथ हुए हैं।
आदि ऐसा भी माना जाता हे की देवाधिदेव महादेव ने एक स्त्री को वरदान दिया था और वरदान के तोर पर एक बालक का जन्म हुआ और वो बालक ने बावाजी सम्प्रदाय की स्थापना की।
==सन्दर्भ==