बाहुपुरा
बाहुपुरा (मेहलकी) (अंग्रेज़ी: Bahupura) या कलाँपुर बुज़ुर्ग, तहसील नज़ीबाबाद ज़िला बिजनौर, उत्तर प्रदेश में स्थित एक गाँव है। बाहुपुरा गाँव में 60% से अधिक आबादी कृषि पर आधारित हैं| बहुत कम लोग सरकारी नौकरियों में हैं| अधिकतर लोग खेतीहर मजदूर हैं|
बाहुपुरा (मेहलकी) | |||||||
— गाँव — | |||||||
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०) | |||||||
देश | भारत | ||||||
राज्य | उत्तर प्रदेश | ||||||
ज़िला | बिजनौर | ||||||
आधिकारिक भाषा(एँ) | हिन्दी, अंग्रेज़ी | ||||||
विभिन्न कोड
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इतिहास
संपादित करेंप्राचीन कहावत के अनुसार, बाहुपुरा गाँव का नामकरण एक ब्रिटिश सर्वेक्षक द्वारा किया गया था | एक बार ब्रिटिश सर्वेक्षक गाँव में आकर रूके थे | उस समय एक “बहु” (दुल्हन) ने ब्रिटिश सर्वेक्षक को दूब घास के साग से धान की रोटी बनाकर खिलायी | ब्रिटिश सार्वेयर को खाना बहुत स्वादिष्ट लगा | जिससे प्रभावित होकर सर्वेक्षक ने गाँव का नाम “बहुपुरा” रख दिया │ कुछ समय के बाद “बहुपुरा” से गाँव का नाम “बाहुपुरा” हो गया |
बाहुपुरा गाँव में धीमान (Dhiman) समाज का एक बहुत बड़ा सामाजिक सम्मेलन दिनांक 28/29 मई 1938 को आयोजित किया गया था | इस सम्मेलन में पूरे देश से धीमान समाज के लोगों ने भाग लिया था | सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य समाज द्वारा भारत के स्वतंत्रता आन्दोलन में भाग लेना था | यह सम्मेलन गाँव के पास ”पौधा बाग” नामक आम के बाग में हुआ था, जो कि गाँव के पश्चिम मे स्थित था | यहाँ पर आजकल नहर का संचालन हो रहा है |
भूगोल
संपादित करेंबाहुपुरा गाँव 29°28′35″N 78°17′19″E / 29.47649°N 78.28874°E पर स्थित है| इसकी समुद्र तल से औसत ऊँचाई 242 मीटर (794 फीट) है|. बाहुपुरा गाँव किरतपुर शहर से 8 किलोमीटर (26,000 फीट) पूर्व में, तथा नगीना शहर से 17 किलोमीटर (56,000 फीट) पश्चिम मे स्थित है| बाहुपुरा गाँव ज़िला मुख्यालय बिजनौर से 24 किलोमीटर दूर है| बाहुपुरा गाँव के आसपास के ग्राम क्रमश: बरमज़ीतपुर चन्दा, आलमपुर, सिसौना, पाड़ला, एवं इस्सेपुर है |
यातायात
संपादित करेंबाहुपुरा गाँव से सबसे नजदीक रेलवे स्टेशन बसी किरतपुर रेलवे स्टेशन है Ӏ यहाँ से सबसे नजदीक हवाई अड्डा देहरादून जौली ग्रांट हवाई अड्डा हैं, जोकि लगभग 125 किलोमीटर दूरी पर है | अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा नई दिल्ली में हैं जोकि लगभग 200 किलोमीटर दूरी पर है | यहाँ से शहर के लिए कोई सीधी बस सेवा उपलब्ध नही है Ӏ ग्रामवासियों को शहर जाने के लिए लगभग 1.5 किलोमीटर पैदल चलकर आलमपुर बस स्टैंड़ से बस लेनी होती है Ӏ बाहुपुरा गाँव में ग्राम प्रधान द्वारा कुछ हिस्सों में पक्की सड़क का निर्माण करा दिया गया हैं | कुछ हिस्सों में पक्की सड़क का निर्माण कराना अभी बाकी है |
चित्र दीर्घा
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बाहुपुरा गाँव की एक आम सड़क।
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धीमान समाज द्वारा 1938 में की गई सभा का पम्पलेट।
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बाहुपुरा गाँव के नजदीक नहर का दृश्य।
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पीपल के पेड़ के नीचे भुइयार महिलाएं मंदिर में पूजा करते हुए।
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बाहुपुरा गाँव का दृश्य
शिक्षा
संपादित करेंगाँव में शिक्षा के नाम पर केवल एक प्राथमिक विद्यालय है Ӏ उच्च शिक्षा के लिए बच्चों को गाँव से काफी दूर किरतपुर, बिजनौर, अथवा नजीबाबाद जाना पड़ता है Ӏ गाँव में उच्च शिक्षा के लिए विद्यालय ना होने के कारण बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त नही कर पाते है।
व्यक्तित्व
संपादित करेंदयाराम सिंह भामड़ा (सामाजिक कार्यकर्ता), गाँव के पूर्व ग्राम प्रधान क्रमश: इन्दर सिंह, सुखराम सिंह, हरिओम एवं वर्तमान में श्रीमती सोमवति ग्राम प्रधान है।