बिहारी भाषाएँ
बिहारी पूर्वी हिन्द–आर्य भाषाओं का पश्चित्मी समूह है जो मुख्यतः भारत में बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और नेपाल के तराई क्षेत्र में बोली जाती है।
मागधी प्राचीन मगध क्षेत्र की भाषा रही है! यह आज भी बिहार की सबसे बड़ी और समृद्ध आंचलिक भाषा है। यह राजधानी,पटना,सहित,जहानाबाद,औरंगाबाद,गया,नवादा,मुंगेर आदि जिलों में बोली जाती है। वैशाली,मुजफ्फरपुर सीतामढ़ी,शिवहर पूर्वी चंपारण और समस्तीपुर के कुछ हिस्सों में बोली जाने वाली बज्जिका भाषा में भी मैथिली के संग-संग मागधी की चटपटी और तीखी छौंक को साफ-साफ देखा जा सकता है।
बिहारी शब्द को समूह के मायने जोड़ने का प्रथम प्रयास अंग्रेज भाषा-वैज्ञानिक सर जार्ज अब्राहम ग्रियर्सन द्वारा देखा जाता है। बिहारी समूह की प्रमुख भाषाओं में - मैथिली, भोजपुरी, मगही, अंगिका, बज्जिका, नागपुरी, खोरठा, पंचपरगनिया, कुरमाली इत्यादि भाषायें हैं। ये सभी भाषाएँ हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार में आती हैं।
इन्हें भी देखेंसंपादित करें
- हिंदी की विभिन्न बोलियां और उनका साहित्य
- बिहारी मध्यकालीन हिन्दी कवि हैं – बिहारी (साहित्यकार)।