बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगी परीक्षा बोर्ड
बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगी परीक्षा पर्षद (Bihar Combined Entrance Competitive Examination Board / बी.सी.ई.सी.ई.बी.) बिहार के महाविद्यालयों के विभिन्न व्यावसायिक पाठ्यक्रमों (इंजीनियरी, मेडिअकल आदि) में प्रवेश के लिए प्रतियोगिता परीक्षा आयोजित करने के उद्देश्य से १९९५ में गठित किया गया था।
बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगी परीक्षा (बी.सी.ई.सी.ई.), बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगी परीक्षा बोर्ड (बी.सी.ई.सी.ई.बी.) द्वारा प्रतिवर्ष करायी जाती थी। यह परीक्षा फार्मेसी, इंजीनियरिंग और कृषि के विभिन्न व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए हर साल परीक्षा आयोजित की जाती थी। २०१९ से बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद अब इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षा नहीं लेगा।[1]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद अब नहीं लेगा इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षा". मूल से 7 फ़रवरी 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 फ़रवरी 2019.