बी. एस. मर्ढेकर
भारतीय लेखक (1909-1956)
बाळ सीताराम मर्ढेकर (१ दिसंबर १९०९ - २० मार्च १९५६) मराठी भाषा के विख्यात साहित्यकार हैं। इनके द्वारा सौन्दर्यशास्त्र के अध्ययन पर रचित एक किताब सौन्दर्य आणि साहित्य के लिये उन्हें सन् १९५६ में साहित्य अकादमी पुरस्कार के मराठी-भाषा श्रेणी से मरणोपरांत सम्मानित किया गया।[1]
बी. एस. मर्ढेकर | |
---|---|
पेशा | साहित्यकार |
भाषा | मराठी भाषा |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
उल्लेखनीय कामs | सौन्दर्य आणि साहित्य |
मर्ढेकर की कविताओं पर लिखे आलोचना मर्ढेकरांची कविता : स्वरूप आणि संदर्भ के लिये विजया राजाध्यक्ष को भी १९९३ मे मराठी का साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला हैं।[1]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ "Akademi Awards (1955-2016)" [अकादमी पुरस्कार (१९५५-२०१६)]. साहित्य अकादमी (अंग्रेज़ी में). १९ जुलाई २०१७. मूल से 4 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ७ अगस्त २०१७.
यह लेख एक आधार है। जानकारी जोड़कर इसे बढ़ाने में विकिपीडिया की मदद करें। |