बुद्धिवाद (अंतरराष्ट्रीय संबंध)
बुद्धिवाद का सिद्धांत ज्ञान मीमांसा के स्वरूप और स्रोत संबंध का द्वितीय सिद्धांत है। * केवल बुद्धि के द्वारा ही निश्चित, सत्य और सार्वभौमिक ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है अर्थात बुद्धि ज्ञान का अंतिम साक्ष्य है। हमें बुद्धि जन्म से मिलती है और इस सिद्धांत के अनुसार हमें उसी से समस्त प्रकार का ज्ञान प्राप्त होता है।