अम्ल उत्प्रेरक की उपस्थिति में किसी आक्सिम‎ का विन्यास बदलकर एमाइड हो जाता है, जिसे बेकमान पुनर्विन्यास (Beckmann rearrangement) कहते हैं। यह नाम जर्मनी के रसायनशास्त्री अर्नस्ट आटो बेकमान (Ernst Otto Beckmann 1853–1923) के नाम पर हुआ है। चक्रीय आक्जाइम का पुनर्विन्यास होने पर लैक्टाम (lactam) बनते हैं।