बेनवंशी
वेेनवंशी [1]इस नाम की उत्पत्ति का विवरण प्रचलित है। एक विवरण यह है इस उपजाति की उत्पत्ति राजा वेन से आया है जो ऋषियों द्वारा स्थापित धर्म का अक्खड़ विरोधी था इस उफ समूह ने तेजी से प्रगति करते हुए राजपूत का दर्ज हासिल कर लिया है। मिर्जापुर सिंगरौली के राजा इनके सरदार हैं ओर वे अपने को बेनवंशी राजपूत कहते हैं। कहा जाता है की एक या दो पीढ़ी पहले तक जब दुधि राजपूतो के यहा मौत होती थी तो इस परिवार के लोग भी अपना सिर मुँडवा लेते थे। उनके यहाँ हिन्दु रहते है। वे स्वयम जनेऊ पहनते है ओर उन्होंने चन्देलो जैसे सुप्रसिद्ध वंशज में शादियो का रिश्ता बनाने मे सफलता पाई है।
सोन नदी के दक्षिण बसे हुए खैरवारों की एक दूसरे से सबंदथु चार उप शाखायें है|
| सूरजवंशी - जिनकी व्युत्पत्ति सूर्य से बताई जाती है।
॥.. दुआलबंधी- इनका दूसरा वर्ग जो दुआल शब्द से सबंधित है जिसका अर्थ सिपाही होता है।
॥ ... पातबधी- इसके पीछे यह मान्यता है कि कभी ये बहुत धनी थे और ये रेशमी वस्त्र पहना
करते थे।
४. बेनवंशी- इनका संबंध राजा बेन से बताते हैं। विलियम कुक ने इनमें से एक को सिंगरौली रियासत का राजा बताया है।
बेनीवाल बेनिटिज बेंजामिन गोत्र बेन वंश की है== संदर्भ ==