विद्युत इंजीनियरी और रेडियो इंजीनियरी के सन्दर्भ में बैलून (Balun = Bal + un = balanced unbalanced), ट्रांसफॉर्मर जैसा एक अवयव है जो 'सिंगल साइडेड सिगनल' को 'डिफरेंशियल सिगनल' में बदलने या 'डिफरेंशियल सिगनल' को 'सिंगल साइडेड सिगनल' में बदलने के काम आता है। 'सिंगल साइडेड सिगनल' को 'अनबैलेंस्ड' तथा 'डिफरेंशियल सिगनल' को बैलेंस्ड कहा जाता है। बैलून का उपयोग दो अलग-अलग इंपीडेंस के परिपथों को जोड़ने के लिये भी किया जाता है। इसकी सहायता से शक्ति नियंत्रण किया जाता है। श्रव्य आवृति के क्षेत्र में बैलून का उपयोग 'आइसोलेशन' के लिये किया जाता है।

६० ओम / २४० ओम बैलून जो ५० मेगा हर्ट्ज से २५० मेगाहर्ट्ज तक की आवृत्तियों के लिये उपयुक्त है।

बैलून भिन्न-भिन्न आकार-प्रकार के होते हैं। सभी विद्युतचुम्बकीय कपुलिंग के आधार पर काम करते हैं।

बैलून के प्रकार संपादित करें

  • आटोट्रांसफॉर्मर टाइप (Autotransformer type)
  • साधारण ट्रांसफॉर्मर जैसा (Classical transformer type)
  • ट्रांसमिशन लाइन जैसा (Transmission-line transformer type)
  • डिले लाइन जैसा (Delay line type)

बैलून के विकल्प संपादित करें

रेडियो आवृत्ति चोक को बैलून के स्थान पर उपयोग में लाया जा सकता है।


सन्दर्भ संपादित करें