बैस्क्यूल सेतु
बैस्क्यूल सेतु (Bascule bridge) या फ़ोल्डिंग सेतु (Folding bridge) एक प्रकार का सेतु है जिसमे सेतु के मध्य में एक लिफ्ट लगा दिया जाता है। इस का प्रयोग प्रायः ऐसे सेतु में होता है जहाँ से समुद्री जहाज़ या नाव गुज़रती है। वैसे तो यह सेतु सड़क वाहन क लिए खुला रहता है लेकिन जब वहाँ से किसी पानी के जहाज़ या नाव को गुज़ारना होता है तो मध्य में लगी हुई लिफ्ट कपाट की तरह ऊपर को उठ जाती है और नाव आसानी से वहाँ से दूसरी तरफ चली जाती है। इस के बाद वो लिफ्ट पुनः अपनी जगह पर आ जाती है और वाहनों का आवागमन शुरू हो जाता है।[1]
बैस्क्यूल सेतु Bascule bridge | |
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दो अंशों वाला बैस्क्यूल सेतु | |
पूर्वज: | कलदार सेतु, Plate girder bridge, cantilever bridge |
संबंधित: | Lift bridge, swing bridge |
वंशज: | कोई नहीं |
वहन: | पैदल, साइकल, वाहन, ट्रक, हल्की रेल, भारी रेल |
फैलाव/: | छोटा |
पदार्थ: | इस्पात |
चलायमान: | हाँ |
अभिकल्पना: | मध्य |
फॉल्सवर्क वांछित: | स्थान पर और पुनर्निर्मित |
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Wood Wortman, Sharon; Wortman, Ed (2006). The Portland Bridge Book (3rd Edition). Urban Adventure Press. pp. 32, 35. ISBN 0-9787365-1-6.