विवरणात्मक सांख्यिकी में बॉक्स आरेख या बॉक्सप्लॉट (अंग्रेज़ी: Box plot) संख्यात्मक आँकड़ों के समूह को उनकी विषमता, विकृतता और स्थानीयता को उनके चतुर्थक के माध्यम से प्रदर्शित करने की रेखांकन विधि है।[1] बॉक्स आरेख में एक आयताकार सरंचना के अतिरिक्त आयत से जुड़ी हुई कुछ रेखायें (जिन्हें व्हिस्कर्स कहा जाता है) हो सकती हैं जो ऊपरी और निचले चतुर्थक के बाहर परिवर्तनशीलता को दर्शाती हैं। इसे बॉक्स-एंड-व्हिस्कर आरेख भी कहा जाता है। आँकड़ों के वो बिन्दू जो अन्य सभी बिन्दूओं से पर्याप्त दूर स्थित हों उन्हें व्हिस्कर्स या बॉक्स से दूर अकेले आरेखित किया जा सकता है।[2] बॉक्स आरेख को प्राचलित नहीं किया जा सकता क्योंकि इसमें अंतर्निहित प्रायिकता बंटन के बिना सांख्यिकीय समष्टि के परिवर्तन को प्रदर्शित किया जाता है।[3]

आकृति 1. माइकलसन प्रयोग के आँकड़ों का बॉक्स आरेख।
  1. C., Dutoit, S. H. (2012). Graphical exploratory data analysis. Springer. OCLC 1019645745. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-4612-9371-2.
  2. Grubbs, Frank E. (फ़रवरी 1969). "Procedures for Detecting Outlying Observations in Samples". Technometrics. 11 (1): 1–21. आइ॰एस॰एस॰एन॰ 0040-1706. डीओआइ:10.1080/00401706.1969.10490657.
  3. Richard., Boddy (2009). Statistical Methods in Practice : for Scientists and Technologists. John Wiley & Sons. OCLC 940679163. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-470-74664-6.

बाहरी कड़ियाँ

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