बौद्ध धर्म में नीतिशास्त्र के लिये 'शील' शब्द प्रयुक्त हुआ है। शील कि पारंपरिक रूप से बुद्ध के ज्ञानप्राप्ति परिप्रेक्ष्य में देखा जाता है।[1] बौद्ध धर्म में शील आष्टांग मार्ग के तीन वर्गों में से एक है।

महान अशोक ने बौद्ध धर्म के नीति और उपदेशों को बढ़ावा देने वाले शिलालेखों के साथ पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में स्तंभों का निर्माण कराया।
  1. Goodman, Charles, "Ethics in Indian and Tibetan Buddhism", The Stanford Encyclopedia of Philosophy (Summer 2021 Edition), Edward N. Zalta (ed.), URL = <https://plato.stanford.edu/archives/sum2021/entries/ethics-indian-buddhism/>