ब्रज की माँटी को ब्रज रज कहा जाता है। यूं तो माँटी को मिट्टी, बालू, इत्यादि कई नामों से संबोधित किया जाता है परन्तु ब्रज की माँटी को विशेषकर धार्मिक परंपरा के अनुसार ब्रज रज कहते हैं।

मान्यताएं संपादित करें

दूर दूर से आए हुए श्रद्धालु ब्रज से माँटी ले जाते हैं इस माँटी को घर बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। ब्रज रज (ब्रज क्षेत्र की माँटी) से लोग तिलक भी लगाते हैं तथा हवन इत्यादि के कार्य भी ब्रज रज से किए जाते हैं। इसे भगवान कृष्ण की भूमि की माँटी कहते हैं। इसे बहुत ही पवित्र बालू माना गया है।