ब्रह्मोस 2
ब्रह्मोस 2 (BrahMos-2) रूस की एनपीओ मशीनोस्त्रोयेनिया और भारत की रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन द्वारा वर्तमान में संयुक्त रूप से विकासाधीन एक हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल है। जो एक साथ ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा गठित है। यह ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल श्रृंखला की दूसरी क्रूज मिसाइल है। ब्रह्मोस-2 की रेंज 290 किलोमीटर और मेक 7 की गति होने की संभावना है।[1] उड़ान के क्रूज चरण के दौरान मिसाइल एक स्क्रैमजेट एयरब्रेस्टिंग जेट इंजन का प्रयोग करेगी।[2][3] मिसाइल की उत्पादन लागत और भौतिक आयाम सहित अन्य विवरण, अभी तक प्रकाशित नहीं किए गए हैं।[1][4][5] इस मिसाइल की 2020 तक परीक्षण के लिए तैयार होने की उम्मीद है।[6]
ब्रह्मोस 2 BrahMos-II | |
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ब्रह्मोस-2 का एक मॉडल | |
प्रकार | हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल |
उत्पत्ति का मूल स्थान | भारत रूस |
उत्पादन इतिहास | |
निर्माता | रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन एनपीओ मशीनोस्त्रोयेनिया |
निर्दिष्टीकरण | |
इंजन | स्क्रैमजेट |
परिचालन सीमा | 300 कि॰मी॰ (190 मील) |
गति | Mach 7 (8,575 किमी/घंटा; 5,328 मील/घंटा; 2.3820 km/s) |
प्रक्षेपण मंच | जहाज, पनडुब्बी, विमान और जमीन आधारित मोबाइल लांचर। |
ब्रह्मोस-2 की योजनाबद्ध परिचालन सीमा 290 किलोमीटर तक सीमित कर दी गई है क्योंकि रूस मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (एमटीसीआर) का एक हस्ताक्षरकर्ता सदस्य देश है, जो रूस को 300 किलोमीटर (190 मील। 160 एनएमआई) के ऊपर सीमाओं वाली मिसाइलों को विकसित करने में अन्य देशों की मदद से रोकता है। हालांकि, अब भारत एक मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था हस्ताक्षरकर्ता सदस्य देश बन गया है। इसकी शीर्ष गति वर्तमान ब्रह्मोस 1 की दोगुनी होगी। और यह दुनिया में सबसे तेज क्रूज मिसाइल होगी।[7][8] ब्रह्मोस 2 को मेक 5 की गाति से पार करने के लिए रूस एक विशेष और गुप्त ईंधन सूत्र विकसित कर रहा है।[9]
अक्टूबर 2011 तक मिसाइल के कई रूपों का डिजाइन पूरा किया गया था। और 2012 में परीक्षण शुरू होने वाले थे।[10] चौथी पीढ़ी के बहुउद्देश्यीय रूसी नौसेना विध्वंसक (प्रोजेक्ट 21956) को भी ब्रह्मोस 2 से लैस करने की संभावना है।[11]
ब्रह्मोस एयरोस्पेस ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति ऐ॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम के सम्मान में मिसाइल को ब्रह्मोस-2 (के) का नाम दिया है।[12]
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ "India, Russia to develop new hypersonic cruise missile :: BrahMos.com". brahmos.com Official Website of Brahmos. मूल से 12 दिसंबर 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 23 February 2012.
- ↑ "Hypersonic BrahMos version missile to be ready by 2017". 28 June 2012. मूल से 17 मई 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 मई 2017.
- ↑ "Hypersonic version of Brahmos missile on the way with Mach 7". The Economic Times. 9 October 2011. मूल से 3 मार्च 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 10 October 2011.
- ↑ "Brahmos to Launch Submarine Version of the Missile, Hike Up Speed to Mach 7 for Hypersonic Version". मूल से 26 अप्रैल 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 Aug 2012.
- ↑ "India, Russia work on hypersonic stealth cruise missile". philSTAR.com. 9 October 2011. मूल से 3 सितंबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 March 2013.
- ↑ "Russia, India to test-fly hypersonic missiles by 2017: BrahMos chief". The Hindu. 28 June 2012. मूल से 1 जुलाई 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 June 2012.
- ↑ "BrahMos 2 Hypersonic Missile to be ready in five years". The Economic Times. 10 January 2012. मूल से 6 जून 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 23 February 2012.
- ↑ "Russian-Indian JV to develop Brahmos-2 hypersonic missile". RIA NOVOSTI. 12 June 2011. मूल से 25 नवंबर 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 23 February 2012.
- ↑ Top Secret Fuel Formula to Accelerate Russia's Hypersonic Missiles Archived 2015-02-21 at the वेबैक मशीन - Sputniknews.com, 20 February 2015
- ↑ "BrahMos to develop first hypersonic cruise missile in 5 years". English.pravda.ru. मूल से 21 अक्तूबर 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2010-08-31.
- ↑ Sandeep Unnithan (18 March 2009). "Govt okays construction of 4 more stealth destroyers". Indiatoday.intoday.in. अभिगमन तिथि 2012-02-23.
- ↑ Singh, Rahul (8 August 2015). "India's tribute to Missile Man: New BrahMos gets Kalam name". Hindustan Times. मूल से 8 अगस्त 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 August 2015.