भगत राम तलवार भारत के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। जनवरी १९४१ में गृहबन्दी से सुभाष चन्द्र बोस को छुड़ाकर भगाने में भगत राम की महती भूमिका थी। दोनों ने एक साथ कोलकाता से काबुल तक की यात्रा की, जिसके बाद नेताजी जर्मनी चले गये। भगत राम तलवार वस्तुतः कम से कम चार देशों (जर्मनी, जापान, सोवियत रूस, और ब्रितानी भारत) के गुप्तचर थे। ये बात सुभाष चन्द्र बोस को पता न थी।

भगत राम तलवार उस समय के 'उत्तर पश्चिमी सीमा प्रान्त' के किसान नेता थे। वे कीर्ति किसान पार्टी के प्रमुख सदस्य थे। उनके बड़े भाई हरि किशन ने पंजाब के ब्रिटिश गवर्नर पर जानलेवा हमला किया था किन्तु वह बच निकला। इसके आरोप में हरि किशन को ९ जून १९३१ को फाँसी पर चढ़ा दिया गया।

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