भगवद्गोमण्डल
भगवद्गोमण्डल (Gujarati: ભગવદ્ગોમંડલ) गुजराती भाषा में एक विश्वकोश तथा गुजराती-से-गुजराती शब्दकोश है। इसकी परिकल्पना गोंडल के राजा भगवतसिंह ने सन् १९२८ में की थी। यह विश्वकोश ९ भागों में ९५०० पन्नों वाला विश्वकोश है। इसमें कोई २८१,३७७ शब्दों के अर्थ एवं उनकी व्याख्या दी हुई है।
अन्तरजालीय संस्करण
संपादित करेंभगवद्गोमण्डल का पहला ऑनलाइन संस्करण अगस्त २००८ में जारी हुआ। इसे प्रवीण प्रकाशन ने जारी किया।
इन्हें भी देखें
संपादित करेंबाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- भगवद्गोण्डल का ऑनलाइन संस्करण
- भगवद्गोण्डल एक दूसरे स्थान पर
- प्रवीन प्रकाशन
- निलेश त्रिवेदी - भगवद्गोमंडल आनलाइन टीम के सदस्य
- गुजराती का एक अन्य विस्तृत विश्वकोश जो 'आकृति-गुज-वेब' नामक फोण्ट में है।