भगवान वाल्मीकि तीर्थ स्थल

साँचा:ज्ञानसन्दूक आदि धर्म अनन्त (मन्दिर)

भगवान वाल्मीकि तीर्थ स्थल उत्तर भारत स्थित भारतवर्ष के पंजाब प्रदेश के अमृतसर शहर में स्थित, अत्यन्त प्राचीन व ऐतिहासिक श्री वाल्मीकि आश्रम  है। यह भारतीय इतिहास तथा वाल्मीकि समाज के चुनिन्दा और महत्वपूर्ण श्री वाल्मीकि आश्रम में से एक है। 1 दिसंबर 2016 को, इसके मुख्य भाग में भगवान वाल्मीकि की 8 फुट ऊंची 800 किलोग्राम सोने की प्रतिमा लगायी गई।[1][2]

प्रबंधन संपादित करें

इस ऐतिहासिक प्राचीन भगवान वाल्मीकि तीर्थ स्थल का प्रबंधन और देखरेख भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज रजि० भावाधस के द्वारा किया जाता हैं

प्राचीन इतिहास संपादित करें

प्राचीन समय में इस जगह माँ सीता ने वनवास काटा और लव-कुश को जन्म दिया | यहाँ पर ही लव-कुश ने राजा राम , लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और उनकी सेना को पराजय किया और लव-कुश की जीत हुई |

विकास संपादित करें

गैलरी संपादित करें

इन्हें भी देखे संपादित करें

संदर्भ संपादित करें

  1. "For Valmikis, Punjab rolls out a pre-poll Valmiki idol darshan". मूल से 3 अक्तूबर 2018 को पुरालेखित.
  2. Dec 19, IP Singh | TNN | Updated:; 2016; Ist, 05:29. "dalits in punjab: Grand plans for Dalits in Punjab | Chandigarh News - Times of India". The Times of India (अंग्रेज़ी में). मूल से 25 अगस्त 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2020-05-26.सीएस1 रखरखाव: फालतू चिह्न (link)