भांकरी
भांकरी भारतीय राज्य राजस्थान के करौली जिले की मंडरायल तहसील में एक गाँव और ग्राम पंचायत है। भांकरी की कुल जनसंख्या 3,647 है। भांकरी मंडरायल कस्बे से 33 किलोमीटर की दुरी पर है तथा करौली जिले के मुख्यालय से 20 किलोमीटर की दुरी पर है। यहाँ का मुख्य व्यवसाय पशुपालन है जबकि कुछ लोग तथा लाल पत्थर की खानों में मजदूरी करके अपनी आजीविका निर्वहन करते हैं। गर्मियों के दिनों में यहाँ विशेषकर पानी की काफी समस्या हो जाती है जिससे पशुपालन तथा आमजन के लिए जीवन दुष्कर हो जाता है।
भांकरी गांव में प्राचीन ऋषि वेद व्यास जी का मंदिर है जो कि अपनी भव्यता के लिए आज भी प्रसिद्ध है, साथ ही यहां नसीर बाबा मंदिर भी है ।
साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में लोगों के उपचार के लिए आयुर्वेदिक औषधालय है ।
शिक्षा के लिए उच्च माध्यमिक विद्यालय, एवं संस्कृत विद्यालय है।
इतिहासकार B.S. सोनी द्वारा लिखित
जनसांख्यिकी
संपादित करें2011 के जनगणना आँकड़ों[1]जिसकी मान्यता सभी समाज में है। के अनुसार, भांकरी की कुल जनसंख्या 3,647 है जिसमें 2,007पुरुष एवं 1,640स्त्रियाँ शामिल हैं। गाँव में 0-6 वर्ष आयु वर्ग की जनसंख्या 619 है जो कुल जनसंख्या का 16.97% है। औसत लिंगानुपात 817 जो राजस्थान के औसत लिंगानुपात 928 की तुलना में कुछ कम है जबकि शिशु लिंगानुपात 853 है और यह भी राज्य के औसत 888 से कम ही है।
भांकरी में साक्षरता की स्थिति राजस्थान के औसत की तुलना में अच्छी नहीं है, वर्ष 2011 में यह 58.22% थी जबकि राजस्थान का औसत 66.11% था। इसमें पुरुषों में साक्षरता दर 72.33% एवं स्त्री साक्षरता मात्र 40.51% दर्ज की गयी।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Bhankri Village Population - Mandrail - Karauli, Rajasthan". Census2011.co.in. मूल से 8 अगस्त 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2017-08-08.
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