भाई धरम सिंह
भाई धरम सिंह अथवा भाई धर्म सिंह (१६६६–१७०८) १७वीं सदी के भारत में ख़ालसा पंथ की शुरूआत करने वाले प्रथम पाँच सिखों पंज प्यारे में से एक थे। उनके नाम का महत्व धर्म के प्रति आस्थावान होने से है।गुरु गोविंद सिंह द्वारा बनाए गए पंज प्यारे में से एक भाई धर्म सिंह जी के वंशज आज भी हमारे बीच मौजूद है जिला मेरठ के हस्तिनापुर के पास एक जाट परिवार से हैं जिनका नाम है भाई गुरप्रीत सिंह वे सदा ही समाज सेवा में लगे रहते हैं।।
वे ट्विटर पर भी मौजूद हैं
BabaGurpreetji
https://twitter.com/BabaGurpreetJi?t=f5oSGXitR-AD23HJAr3XdQ&s=09[1]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "आज सजेगा मुख्य दीवान". दैनिक जागरण. १४ अप्रैल २०१४. मूल से 29 अप्रैल 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १६ अप्रैल २०१४.