भागवत परंपरा, जिसे भागवतवाद भी कहा जाता है, एक प्राचीन धार्मिक संप्रदाय को संदर्भित करती है जिसकी उत्पत्ति मथुरा क्षेत्र में हुई थी।[1] आर. सी मजुमदार[2] के अनुसार, विष्णु की ब्राह्मणवादी परंपरा के साथ समन्वय के बाद, भागवतवाद दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व तक एक अखिल भारतीय परंपरा बन गया।[3]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Patel, Sushil Kumar (1992). Hinduism in India: A Study of Viṣṇu Worship (अंग्रेज़ी में). Amar Prakashan. पृ॰ 18. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-85420-35-6.
  2. Majumdar, R. C. (2016-01-01). Ancient India (अंग्रेज़ी में). Motilal Banarsidass. पृ॰ 172. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-208-0435-7.
  3. Subburaj, V.V.K. (2004). Basic Facts of General Knowledge (अंग्रेज़ी में). Sura Books. पपृ॰ 67–68. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-7254-234-4.

अग्रिम पठान संपादित करें