भामती अद्वैत वेदान्त दर्शन का एक उपसम्प्रदाय है। इस सम्प्रदाय का नाम वाचस्पति मिश्र के 'भामती' नामक ग्रन्थ पर पड़ा है जो आदि शंकराचार्य कृत ब्रह्मसूत्र के भाष्य की टीका है।

भामती वाचस्पति मिश्र की पत्नी थीं । लगभग 1100 साल पुराना यह चरित्र है । वाचस्पति ने जो टीका ग्रन्थ लीखा था उसको अपनी पत्नी भामती का नाम दे कर अपनी पत्नी भामती का समपर्ण अमर कर दिया ।