ब्रिटिशकालीन भारत में सन १९२० में इम्पीरियल लेजिस्लेटिव काउन्सिल तथा प्रान्तीय काउन्सिलों के लिए चुनाव हुए थे। भारत के आधुनिक युग के इतिहास में वह पहला चुनाव थे।

भारतीय आम चुनाव, १९२०
ब्रिटिश राज
1920 1923 →

104 सीटों पर चुनाव हुये
बहुमत के लिए चाहिए 53
  पहली पार्टी दूसरी पार्टी
 
नेता हरिसिंह गौर विलियम हेनरी होरे विंसेंट
पार्टी डेमोक्रेटिक स्वराज्य पार्टी निर्दलीय राजनेता
सीटें जीतीं 48 47

सेन्ट्रल लेजिस्लेटिव असेम्बली, दिल्ली में था और इसमें १०४ स्थान थे। यह इम्पीरियल लेजिस्लेटिव काउन्सिल का निचला सदल था। १०४ स्थानों में से ६६ पर चुनाव हुए, ८ पर यूरोपीय सदस्यों का चुनाव हुआ (चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स के माध्यम से)।

राष्ट्रीय स्तर पर चुनाव के साथ-साथ प्रान्तीय असेम्बलियों के ६३७ सीटों के लिए भी चुनाव हुए।

महात्मा गांधी ने इस चुनाव के बहिष्कार का आह्वान किया था किन्तु उसका बहुत कम प्रभाव दिखा।