भारतीय गोर्खा परिसंघ भारत के गोर्खा समुदाय की एक गैर सरकारी संस्था है।[1] जिसे संक्षेप में (BGP) कहा जाता है,[1] इसकी स्थापना सन् २००१ में हुई और इसका मुख्य कार्यालयमा पश्चिम बंगाल के सिलिगुडी में है। इसके शाखा कार्यालय भारत के अन्य राज्यों दिल्ली, सिक्किम, आसाम, उत्तराखण्ड, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, झारखण्ड, मिजोरम, मनिपुर, नागालैंड, मेघालय, त्रिपुरा, अरुनाचल प्रदेश, जम्मू - काश्मीर, छत्तीस गढ और पंजाब हैं।[2]

अलग राज्य की मांग संपादित करें

इस संस्था के सात मांगों में "गोर्खा के लिए अलग राज्य की मांग" प्रमुख है।[3][4][5][6]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "संग्रहीत प्रति". मूल से 8 जून 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 मई 2012.
  2. "संग्रहीत प्रति". मूल से 1 मई 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 मई 2012.
  3. "संग्रहीत प्रति". मूल से 20 जून 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 मई 2012.
  4. http://www.indianexpress.com/news/gorkha-parisangh-for-separate-state-in-india/19055
  5. http://mygorkhaland.wordpress.com/2008/12/20/seven-national-issues-of-the-bharatiya-gorkha-parisangh
  6. "संग्रहीत प्रति". मूल से 27 फ़रवरी 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 मई 2012.