भारतीय दंत परिषद
भारतीय दंतचिकित्सा परिषद भारत में दंतचिकित्सा के नियमन हेतु स्थापित की गई सांविधिक संस्था है। इसकी स्थापना १२ अप्रैल, १९४९ में भारतीय संसद के दंतचिकित्सा अधिनियम १९४८ की धारा १६ के अंतर्गत की गई थी। बाद में २७ अगस्त १९९२ में इसमें भारत के राष्ट्रपति के अध्यादेश द्वारा संशोधन किए गये थे। इसके वर्तमान अध्यक्ष Prof. Atul Goel hai।
भारतीय दंतचिकित्सा परिषद | |
---|---|
![]() | |
स्थापना | १२ अप्रैल, १९४९ |
अध्यक्ष | डॉ दिब्येंदु मजूमदार |
स्थान | नई दिल्ली- ११० ००२ |
पता | ऐवान-ए-ग़ालिब मार्ग, कोटला रोड, |
जालस्थल | www.dciindia.org |
कृत्य एवं दायित्व
संपादित करें- स्नातक एवं परास्नातक स्तर पर दंत चिकित्सा के एकसमान मानकों का प्रबंधन करना,
- दंत चिकित्सकों के प्रशिक्षण, दंत स्वच्छता इत्यादि पर मानकों की अनुशंसित करना,
- अधिनियम के अंतर्गत परीक्षण के मानकों एवं अन्य आवश्यकताओं का प्रबंधन करना
परिषद् का संगठन
संपादित करें- एक पंजीकृत दंत चिकित्सक
- भारतीय चिकित्सा परिषद् के सदस्यों में से चुना गया एक सदस्य
- राज्यों के दंत कॉलेजों के प्रिंसिपल, वाइसप्रिंसिपल, निदेशक, डीन में से चुने गए चार से अनधिक सदस्य
- राज्यों के मेडिकल कॉलेजों के दंत विभाग के अध्यक्ष
- प्रत्येक विश्वविद्यालय से एक सदस्य
- एक प्रतिनिधि सदस्य
- केंद्र सरकार द्वारा नामित 6 सदस्य; और
- स्वास्थ्य सेवाओं का महानिदेशक (पदेन)