भारतीय सलेटी धनेश को इंडियन ग्रे हॉर्नबिल पक्षी के रूप में जाना जाता है ।हॉर्नबिल दुनिया के सबसे आकर्षक पक्षियों में से है। गाय के सींग के समान अदभुत रंग-बिरंगी चोंच उस पर हड्डियों से बना हेलमेट उसकी ख़ास विशेषता है।  यह बुसेरोटिडी परिवार का पक्षी है, जो मुख्य रूप से एशिया, अफ्रिका, और मेलानेशिया के द्वीपों, जिनमे न्यू गिनी और फिजी आदि शामिल है, में पाया जाता है। हॉर्नबिल की लगभग 55 प्रजातियां हैं। इनमे 24 प्रजातियां अफ्रिका में है। भारतीय उप महाद्वीप में इसकी 10 प्रजातियां है, जिनमें 9 प्रजातियां भारत और निकटवर्ती देशों में है। इनमें 'इन्डियन ग्रे हॉर्नबिल' की प्रजाति सब जगह फैली हुई है। इंडोनेशिया में हॉर्नबिल की 13 प्रजातियां है।

हॉर्नबिल दिन में भ्रमण करने वाला पक्षी है। यह जोड़े में या समूह में विचरण करता है। यह सर्वभक्षी पक्षी मुख्य रूप से फल-फूल और छोटें जीवों को खाता है। यह अक्सर जोड़ा बनाकर साथ रहता है। मादा एक बार में छह सफ़ेद अंडे पेड़ के कोटर या चट्टान की दरार देती है।

अंडे देने के बाद मादा अक्सर इस कोटर में अपने आप को कैद कर लेती है। नर व मादा खोल के मुंह को मिट्टी  की दीवार से बंद कर देते है। उसमे सिर्फ खाना पहुंचाने लायक ही छेद रह जाता है। इस दौरान नर फलों का गुदा मादा को भोजन के रूप में पहुंचाता रहता है। जब बच्चे बड़े हो जाते है, तो नर और मादा मिट्टी की दीवार को हटा देते है।

हॉर्नबिल के सिर पर बना हेलमेट एक प्रकार की हड्डी होती है, जिसे 'हॉर्नबिल आइवरी' कहते है। इसकी चीन व जापान आदि देशों में नक्काशीदार वस्तुएं बनाने में बड़ी मांग है। इसी कारण मनुष्य ही इसका सबसे बड़ा शत्रु है।