भारत-श्रीलंका सम्बन्ध

भारत और श्री लंका के बीच द्विपक्षीय संबंध

भारत और श्री लंका के सम्बन्ध बहुत प्राचीन हैं और सामान्यतः मैत्रीपूर्ण रहे हैं। किन्तु श्रीलंकाई गृहयुद्ध के समय सम्बन्ध प्रभावित हुए थे। भारत, श्री लंका का एकमात्र पड़ोसी है। दक्षिण एशिया में दोनों देशों की स्थिति रणनीतिक दृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण है। दोनों देशों की इच्छा हिन्द महासागर में एक उभयनिष्ट सुरक्षा घेरा बनाने की है।[1] ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से दोनों देश एक-दूसरे के अत्यन्त निकट रहे हैं। श्री लंका के ७०% नागरिक अब भी थेरावाद के अनुयायी हैं।

श्री लंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरिसेन और भारतीय प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी

भारत और श्रीलंका दोनों कामनवेल्थ के सदस्य देश हैं।

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "BBC News - SOUTH ASIA - India's Sri Lankan scars". news.bbc.co.uk. मूल से 16 सितंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 अक्तूबर 2018.

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें