न्यूज़ीलैंड से प्रकाशित 'भारत-दर्शन' इंटरनेट पर विश्व का पहला हिन्दी प्रकाशन था। इसके पश्चात भारत से दैनिक जागरण और तत्पश्चात वेबदुनिया इंटरनेट पर प्रकाशित हुए।


भारत दर्शन हिन्दी की एक ऑनलाइन वेब पत्रिका है।[1] यह न्यूज़ीलैंड से प्रकाशित होने वाली एक हिन्दी साहित्यिक पत्रिका है और हिन्दी भाषा के प्रचार और प्रसार में प्रयासरत है। इसका ध्येय है उच्च स्तरीय साहित्य व लेखन को बढावा देना व लुप्त होती हुई हिन्दी विधाओं को जीवित रखना है।


पत्रिका की पृष्ठभूमि और इतिहास

Bharat-Darshan Hindi Magazine from New Zealand (1st Issue - 2nd Edition, Oct-Nov 1996)

भारत-दर्शन का पहला मुद्रित अंक सितंबर 1996 में प्रकाशित हुआ था। पाठकों के असीम स्नेह के चलते इसी अंक का द्वितीय संस्करण अक्टूबर-नवम्बर 1996 प्रकाशित करना पड़ा था। इसके पहले अंक के द्वितीय संस्करण के समय ही इसका आईएसएसएन 1173-9843 ले लिया गया था। भारत-दर्शन का मुद्रण भी पारंपरिक‘ऑफसेट प्रिंटिंग’ न होकर ‘डिजिटल’ था। पहला अंक ए 5 के आकार का, ‘श्वेत-श्याम’ (Black on White) व 8 पृष्ठ का था।   इसके पश्चात पत्रिका द्विमासिक  के रूप में प्रकाशित होती रही। इसी बीच 1997 में पत्रिका का इंटरनेट संस्करण भी उपलब्ध करवाया दिया गया। लगभग 10 वर्षों तक भारत-दर्शन के दोनों संस्करण एक साथ चलते रहे। 2007 में इसका मुद्रित संस्करण स्थगित कर दिया गया और पूरी ऊर्जा के साथ इसका वेब प्रकाशन जारी रखा गया। यह पत्रिका इस समय इंटरनेट पर सर्वाधिक पढ़ी जाने वाली हिन्दी साहित्यिक पत्रिका है।  


भारत-दर्शन कर्म में विश्वास रखता है और फल की इच्छा किए बिना, अपने नन्हें कदमों से लम्बे रास्ते पर निरंतर आगे बढ रहा है। यदि हिन्दी भाषा के विकास में हम किंचित भी कुछ कर पाए तो अपने प्रयास को सफल समझेंगे।[2]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "मेरी दुनिया मेरे सपने, शीर्षक: ऑनलाइन/ऑफलाइन हिन्‍दी मैग्‍ज़ीन का वृहद संग्रह।". मूल से 1 अगस्त 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 जुलाई 2013.
  2. "भारत दर्शन-भारत-दर्शन : हिन्दी पत्रकारिता व लेखन". मूल से 20 अगस्त 2018 को पुरालेखित.

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें